Rizwan Siddiqui: रिजवान सिद्दीकी, जिन्होंने कंगना रनौत को ऋतिक रोशन के साथ हुए विवाद में कंगना को और एक कानूनी मामले में प्रियंका चोपड़ा को भी रिप्रजेंट किया था, अब एक लंबे चले केस के बाद अनुशासनात्मक काररवाई का सामना कर रहे हैं.
2018 में सिद्दीकी को ठाणे क्राइम ब्रांच ने एक प्राइवेट जासूस के जरीए कथित तौर पर कौल डेटा रिकौर्ड (CDRs) निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिस में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की पत्नी का नाम भी शामिल था. हालांकि उन्हें मुंबई की अदालत ने छोड़ दिया था, लेकिन अधिकारियों ने उन के खिलाफ सुबूत होने की बात कही थी.
रंग लाई मेहनत
अब अभिनेत्री और कैंसर सर्वाइवर रोजलिन खान उर्फ रेहाना खान द्वारा शुरू की गई लगभग एक दशक लंबी लड़ाई के बाद बार काउंसिल औफ इंडिया ने पेशेवर दुराचार के आधार पर सिद्दीकी का वकालत करने का लाइसेंस 2 साल के लिए निलंबित कर दिया है. यह मामला जो मूल रूप से महाराष्ट्र में लंबित था, अंतिम निर्णय के लिए राष्ट्रीय न्याय संस्था को स्थानांतरित कर दिया गया था.
फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए रोजलिन खान ने कहा, “यह राहत सालों के उत्पीड़न, कलंक और शक्तिशाली लौबी के दबाव के बाद मिली है. न्याय मांगने के लिए मुझे ‘विवादास्पद’ करार दिया गया. अपराध को हल करने के बजाय, सिस्टम ने मेरे चरित्र को ही बदनाम करने की कोशिश की. यह फैसला सिर्फ मेरी जीत नहीं है, बल्कि यह महाराष्ट्र में गहराई तक फैली हुई अन्याय को उजागर करता है और हर उस महिला को आवाज देता है जिसे शक्ति और हेरफेर से चुप कराया गया है.
लंबी लङी लङाई
उन्होंने आगे कहा, “मेरे 11 साल के दर्द की तुलना में 2 साल का निलंबन पर्याप्त नहीं है. मैं व्यक्तिगत रूप से इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाऊंगी। यह तो बस शुरुआत है.
वे कहती हैं कि मैं उन लोगों के लिए एक करारा तमाचा हूं जिन्होंने हेरफेर से मुझे हराने की कोशिश की. उन्होंने मुझे एक आपराधिक केस हरवा दिया, लेकिन बिना लौ की डिग्री के मैं ने एक वकील की डिग्री छीन ली है. अब, मैं इस लौबी के खिलाफ कई लड़ाई जीतने के लिए यहां हूं.
रोजलिन खान ने बार काउंसिल औफ इंडिया के सामने अपना केस खुद पेश (लड़ा) किया और जीत लिया.
Rizwan Siddiqui