15 August: जब एक पतंग हवा में उड़ती है, तो ऐसा लगता है जैसे वह हवा से बातें कर रही है. यह एक खूबसूरत दृश्य होता है, खासकर जब पतंग आसमान में ऊंची उड़ रही हो. कभी ना कभी हम सभी ऐसे नजरों का मजा लेना चाहते हैं. इसके लिए हम पतंग उड़ाते हैं.
अगर आप भी पतंग उड़ाने के शौकीन है तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें ताकि ये एन्जॉय के पल कहीं उदासी में ना बदल जाएं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं. क्योंकि पतंगबाजी के लिए काफी लोग आज भी चाइनीज मांझे का इस्तेमाल करते है जो लोगों को नुकसान पहुंचाने का काम करता है.
दरअसल, पतंगबाजी के दौरान हर साल कई मामले ऐसे सामने आते हैं जिसमें चाइनीज मांझे के इस्तेमाल से लोगों के गले में कट लग गया तो कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो जातें हैं. ऐसे में इस बार ऐसी घटनाएं नहीं हो इसको लेकर कुछ ट्रिक्स है. इसके अलावा भी पतंग खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें ये भी पता होना चाहिए.
पतंग खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें –
जब भी पतंग खरीदे, तो कोशिश करें कि पतंग बड़ी ही खरीदें. छोटी पतंग को उड़ने में मेहनत ज्यादा होती है और वह हवा के रुख के साथ उड़ती है और अगर हवा का रुख ठीक नहीं है या हवा नहीं चल रही तो उसे उड़ाना मुश्किल हो जाएगा.
आजकल बाजार में कई रंग बिरंगी पतंगें आती है जिनमें डिजाइन के लिए कई कलर का कागज जोड़ दिया जाता है. लेकिन इस कागज को जोड़ने के लिए जो जोड़ लगाया जाता है मांझा उसमें फंस जाता है और पतंग को फाड़ देता है इसलिए एक ही कलर की पतंग खरीदना अच्छा रहता है.
पतंग भी कई तरह की होती हैं. खासतौर पर प्लास्टिक की पन्नी से बानी पतंग बच्चों को बहुत पसंद आती है क्यूंकि वे उड़ते हुए आवाज करती है. जो बच्चों को अच्छा लगता है.
पतंग में लगी हुए तीलियां न ज्यादा बड़ी और मोटी होनी चाहिए और ना ही ज्यादा छोटी और पतली होनी चाहिए. अगर वह बड़ी होगी तो पतंग उड़ने में बाधा पैदा करेगी और अगर छोटी और पतली होगी तो पतंग को संभाल नहीं पाएगी.
साइज के हिसाब से बाजार में चार किस्म की पतंगें मिलती हैं. छोटी (10×10 इंच), मंझोली (13×13 इंच), अद्धी (16×16 इंच) और पौनी (20×20 इंच). अब आप अपने हिसाब से देख लें. अगर पतंग बच्चों के लिए है, तो सबसे छोटे साइज की पतंग लेनी चाहिए और बड़े देख लें जिस साइज में वो कम्फर्टेबल हो वो पतंग लें.
मांझा खरीदतें समय किन बातों का ध्यान रखें-
- मैटलिक मांझा ना खरीदें. इस चीनी मांझे को धारदार बनाने के लिए इस पर पिसे हुए लोहे की परत चढ़ाई जाती है. यह मांझा उंगलियों और हाथ को नुकसान पहुंचा सत्ता है. इससे उंगलियां काटने का दर बना रहता है. साथ ही अगर ये बिजली की तारों पर पड़ गया तो करंट से जान को भी खतरा हो सकता है.
- अब नए तरह के ईको फ्रेंडली मांझे खरीदें इससे कोई नुकसान भी नहीं पहुंचता और ये पक्षियों को भी नुक्सान नहीं पहुंचाते.
- मांझें का धागा बिलकुल सूखा हुआ होना चाहिए तभी वह बाकी की पतंग काटने के लायक होगा.
- मांझें की चकरी को भी चेक कर लें. अगर वह अनइवन होगी तो माझा उसमे फंसेगा और सही से नहीं निकल पाएगा इससे परेशानी होगी. कहा जाता है कि डार्क कलर के मांझे पर रंग चढ़ाया जाता है जिससे वह मजबूत हो जाता है इसलिए गहरे रंग का मांझा ही खरीदें.
- माझें की मोटाई भी देख लें बहुत मोटे मांझे से सामने वाले की पतंग आसानी से नहीं कटती इसलिए मांझे की मोटाई अपने हिंसा से अच्छे से चेक करके ही लें.
- प्लास्टिक का मांझा सही नहीं रहता है. लेकिन धागे के मांझे का मुकाबला यह नहीं कर पाता. यह धागा भरी होता है और बिना हवा के जरा भी नहीं चल पाता.
पतंग उड़ातें समय किन बातों का ध्यान रखें-
- पतंग उड़ाने से पहले जरूरी काम यह करना है कि अंगूठे के बाद वाली उंगली पर डॉक्टर टेप (बैंड-एड) लपेट लें. ऐसा करने से पतंग उड़ाते वक्त मांझे से उंगली के कटने का खतरा नही रहेगा.
- पतंग उड़ाने के लिए हवा का रुख किस तरफ का है ये चेक कर लें और फिर उसी तरफ पतंग उडाएं.
- आप जिस जगह से पतंग उड़ा रहें हैं इस बात का ध्यान रखें की वहां दीवार होनी चाहिए अगर कोई मुंडेर या दीवार नहीं होगा तो गिरने का खतरा बना रहेगा क्योंकि पतंग उड़ाते समय ध्यान नहीं रहता और छत से गिरने के बहुत से हादसे हो जाते हैं.
- पतंग उड़ाते वक्त सनग्लासेज पहन लें इससे सीधी धुप आंखों पर नहीं पड़ेगी.
- पतंग में छेद करने के लिए माचिस या लकड़ी की तीली का इस्तेमाल करें. इससे पतंग नहीं फटेगी. पतंग को जमीन पर घिसकर छेद करने से वह बड़ा हो सकता है और पतंग फट भी सकती है. पतंगबाजी शुरू करने से पहले कई पतंगों के कन्ने बांधकर रख लें ऐसा करके बार-बार कन्ने बांधने की टेंशन से बचा जा सकता है.
- कटकर आती पतंग को पकड़ने में जल्दबाजी न दिखाएं. पतंग पकड़ने के लिए बांस, झाड़ी आदि का इस्तेमाल न करें. जब कटी पतंग आराम से आपकी छत पर आ जाए, उस पर हक जमा सकते है.
- पतंग उड़ाते वक्त आकाश में उड़ती दूसरी पतंगों से पेच लड़ाना ही पड़ता है, इसलिए पतंग उड़ाते वक्त उसके साथ कम से कम 200 मीटर तक मांझा बांध लें. उसके बाद सद्दी जोड़ लें. इस बात का ध्यान रखना है कि जब पतंग हवा में हो तो हाथ में किसी हाल में मांझा नहीं होना चाहिए. मांझा हवा में होना चाहिए और सद्दी हाथों में. यह सुविधाजनक रहता है.
- अगर आपकी पतंग कट गई है और आप डोर खींच रहे हैं, ऐसे में कोई डोर पकड़ ले तो अपनी डोर को हाथ से तोड़ दें. इससे डोर का थोड़ा नुकसान तो होगा, लेकिन न तो टेंशन होगी और न ही उंगली कटने का डर रहेगा.
- सबसे पहले तो यह ध्यान रखना है कि पेच हमेशा मांझे से ही लड़ाना है. अगर सद्दी से पेच लड़ाया तो पतंग कट जाएगी. यह कन्फर्म कर लें कि जब किसी दूसरी पतंग से पेच लड़ाने जा रहे हैं तो उस वक्त मांझा टकराना चाहिए न कि सद्दी.
- अगर पतंग किसी बिजली के खम्बे या किसी ऊँची जगह फंस गए हैं तो उसे उतारने में खुद को ही नुक्सान ना पहुंचाएं. करंट आदि आने की सम्भावना बानी रहती है इसलिए उससे बचकर रहें.
- चाइनीज मांझे की वजह से बहुत से हादसे होते हैं इसलिए इससे बचकर रहें.
लेकिन फिर भी अगर चाइनीज मांझा गले या शरीर के किसी अंग में फंस गया है तो घबराएं नहीं. ऐसा करने से झटका लग सकता है, जिससे मांझा से गहरा कट लग सकता है. शरीर को स्थिर रख मांझा को निकालने का प्रयास करें. धीरे धीरे किसी नुकीले चीज या कैंची से काटकर उसे निकालें.
- अगर मांझा गले में फंस गया है तो मांझा और स्किन के बीच वहां कोई रुमाल आदि बांध दें. ताकि मांझा गले के हिट ना करें.
- अगर आपके आसपास काफी पतंग उड़ती है तो आप टू व्हीलर पर जाने से पहले हैलमेट लगाए और गले में कोई मफलर बांध कर ही निकलें ताकि किसी भी हादसे से बच सकें.
चाइनीज मांझा के इस्तेमाल पर जुर्माना व सजा
दिल्ली पुलिस ने बताया कि चाइनीज मांझा बनाना, बेचना, रखना, खरीदना या उससे पतंग उडाना दंडनीय अपराध है, जिसके लिए पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 की धारा 5 के तहत 5 साल तक की कैद या 1 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है.
दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि आप कहीं चाइनीज मांझे की बिक्री या उपयोग होते देखें, तो तुरंत 112 पर कॉल करें और रिपोर्ट करें. पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे इस मुहिम में पुलिस का साथ दें और खुद भी सुरक्षित रहें. सबसे पहले तो यह ध्यान रखना है कि पेच हमेशा मांझे से ही लड़ाना है. अगर सद्दी से पेच लड़ाया तो पतंग कट जाएगी. यह कन्फर्म कर लें कि जब किसी दूसरी पतंग से पेच लड़ाने जा रहे हैं तो उस वक्त मांझा टकराना चाहिए न कि सद्दी.
अगर पतंग किसी बिजली के खम्बे या किसी ऊँची जगह फंस गए हैं तो उसे उतारने में खुद को ही नुक्सान ना पहुंचाएं. करंट आदि आने की सम्भावना बानी रहती है इसलिए उससे बचकर रहें.
चाइनीज मांझे की वजह से बहुत से हादसे होते हैं इसलिए इससे बचकर रहें.
लेकिन फिर भी अगर चाइनीज मांझा गले या शरीर के किसी अंग में फंस गया है तो घबराएं नहीं. ऐसा करने से झटका लग सकता है, जिससे मांझा से गहरा कट लग सकता है. शरीर को स्थिर रख मांझा को निकालने का प्रयास करें. धीरे धीरे किसी नुकीले चीज या कैंची से काटकर उसे निकालें.
अगर मांझा गले में फंस गया है तो मांझा और स्किन के बीच वहां कोई रुमाल आदि बांध दें. ताकि मांझा गले के हिट ना करें.
अगर आपके आसपास काफी पतंग उड़ती है तो आप टू व्हीलर पर जाने से पहले हैलमेट लगाए और गले में कोई मफलर बांध कर ही निकलें ताकि किसी भी हादसे से बच सकें. 15 August